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लेखनी कहानी -03-Nov-2022

नजाने केसे गुजारी है रातें मेने 
उसके बाद में 
नजाने केसे रहा हूं में उसके बाद में 
रातों की नींद , दिन का चैन भी रूक्षत है मुझसे 
एक दिन भी चैन से कहां रहा में उसके बाद में 

जितना मुझसे हो सका
उसके लिए सब कुछ किया मेने 
जहां तक हो सका उससे ज्यादा 
उसको प्यार किया मेने 
मुझे चाहने वाले तरसते है 
मुझसे प्यार पाने को 
फिर मेरे जहन में प्यार ही कहां रहा 
उसके बाद में 

लोगो की शिकायत है मुझसे 
हमेशा उदास रहते हो 
तुम हंसते क्यों नही 
उन्हे कोन समझाए
मेरी हसी हसी ही कहां रही 
उसके बाद में 

 _MR_WRITER_LUCKY 
Instagram : MR WRITER LUCKY

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7 Comments

Suryansh

08-Nov-2022 09:21 AM

बहुत ही सुंदर सृजन

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बहुत ही सुंदर सृजन

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Haaya meer

03-Nov-2022 09:39 PM

Amazing

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